
जेवरा के युवाओ ने दीये जलाकर अर्पित कि महान क्रांतिकारी शहीदों को श्रद्धांजलि

जेवरा ।। जेवरा के युवाओ ने दीये जलाकर अर्पित कि महान क्रांतिकारी शहीदों को श्रद्धांजलि ।। स्वामी विवेकानद विचार क्रांति के तत्वाधान में बुधवार को जेवरा चौक में शहीदे आजम भक्त सिंह सुखदेव और राज गुरु को श्रद्धाजंलि अर्पित किया गया एवं शहीदों को याद किया जिसमें भाजपा के प्रदेश मंत्री अजा संतोष मार्कण्डेय ने भगत सिंह सुखदेव व राजगुरु में फ़ोटो पर माल्यार्पण व एक सौ एक दिप जलाकर शहीदो को याद किया और कहा कि देश की आजादी के लिए स्वतंत्रता आंदोलन में कई वीर सपूतों ने भारत माँ की गोद में अपने आपको न्योछावर कर दिया था। अपनी जान को हंसते-हंसते कुर्बान कर देने वाले वीर सूपतों को हमारा नमन है । 23 साल की उम्र में फांसी से ठीक पहले अगर कोई मुस्कुराया था तो वे भगत सिंह थे। वाराणसी में अध्ययन के दौरान राजगुरु का सम्पर्क कई क्रांतिकारियों से हुआ। उनके अंदर भारत को अंग्रेजों से आजाद कराने के लिए क्रांतिकारियों के साथ हाथ मिलाने की तीव्र इच्छा पैदा हुई।
स्वामी विवेकानन्द विचार क्रांति के संयोजक निकश साहू ने महान क्रांति कारी सुखदेव के बारे में बताया कि 15 मई, 1907 को जन्मे सुखदेव थापर ने उन क्रूर अत्याचारों को देखा था, जो शाही ब्रिटिश राज ने भारत की जनता पर किए थे। इन्हीं दृश्यों ने उन्हें क्रांतिकारियों के साथ मिलने पर मजबूर किया था।
इस कार्यक्रम में भोजराज प्रजापति , सुरेंद्र साहू , प्रवीण यादव , सुनील कुम्भकार , आशीष देशमुख ,शीतल साहू, प्रकाश साहू ,भोला कुम्भकार बड़ी संख्या में युवा उपस्थित रहे जिनके द्वारा कोरोना के गाईडलाइन का पालन किया गया।
