धमधा। ब्लॉक मुख्यालय के ग्राम पंचायत डगनिया के आश्रित ग्राम सिरना भाठा में कॉलेज के पीछे एवं राहटादाह मुख्य मार्ग से लगा हुआ करीबन 50 एकड़ में फैले नर्सरी का देखरेख करने वाला कोई नहीं है यहां तो भगवान ही मालिक है बीते 15 वर्ष पहले वन विभाग द्वारा पौधारोपण कर नर्सरी का निर्माण किया गया है वही पौधे वृक्ष के रूप में तैयार होने के बाद वन विभाग द्वारा अपना हाथ खींच कर ग्राम पंचायत को संपत्ति के रूप में दिया है ।

ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्ताव बनाकर वन विभाग को हैंड ओवर करने की बात कहीं गई है ग्राम पंचायत और वन विभाग दोनों के बीच यह नर्सरी को लेने में कोई भी उत्साहित नहीं है जिनके कारण बिना मां बाप लावारिस व्यक्ति की तरह नर्सरी लावारिस हालत में खड़ा हुआ है आए दिनों यहां पेड़ों को अवैध रूप से काट कर ले जाया जा रहा है जहां छत्तीसगढ़ शासन द्वारा हरिहर छत्तीसगढ़ योजना के तहत ग्राम पंचायतों में खेत खलियान में रहवासी इलाकों में पौधारोपण किया जा रहा है वह शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं का गुणगान किया जा रहा है हजारों की तादात में लगे नर्सरीयो में सैकड़ों की तादाद में अवैध रूप से लकड़ी चोरी कर वृक्षों को काटकर नर्सरी को उजाड़ा जा रहा है आला अधिकारियों को चाहिए कि ऐसे मामलों का संज्ञान लेने की आवश्यकता है।
राज्य शासन द्वारा वन विभाग द्वारा स्वीकृत लाखों रुपए की राशि से नर्सरी परिसर को चारों ओर फेंसिंग पोल के माध्यम से सुरक्षा दृष्टिकोण को रखते हुए खर्च किया गया था आज सुरक्षा के दृष्टिकोण से ना ही वहां पर फेंसिंग पोल है और ना ही फेंसिंग तार है असामाजिक तत्व शराबियों का जमावड़ा चौबीसों घंटे बना रहता है वही नर्सरी मैं खाना के रूप में तब्दील हो रहा है वही कई अनाधिकृत प्राकृतिक कार्य को अंजाम यहां दिया जाता है जिसका देखने वाला यहां कोई नहीं है।









