
नई दिल्ली। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पिछले साल ऐलान किया था कि, कोरोना वायरस की वजह से सरकारी कर्मचारी व पुलिसकर्मियों के निधन पर उनके परिजनों को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान करेगी। वहीं दिल्ली पुलिस के शहीद जवान अमित राणा, जिनका निधन पिछले साल कोरोना से हो गया था, उनका परिवार आज भी केजरीवाल के इस वादे के पूरे होने की आस में हैं। बता दें कि अमित राणा के शहीद होने से पहले ही केजरीवाल ने इस तरह का ऐलान किया था। वहीं जब अमित राणा ने कोरोना काल में अपनी शहादत दी तो उनका परिवार आजतक केजरीवाल के वादे के मुताबिक एक करोड़ रुपये सहायता राशि नहीं पा सका है। इसको लेकर एक साल से अधिक का समय हो चुका है। ऐसे में शहीद जवान अमित राणा की पत्नी ने अब दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है।गौरतलब है कि इससे पहले अमित कुमार की पत्नी पूजा राणा ने इसी साल 25 मई को केजरीवाल के नाम एक पत्र लिखकर उन्हें उनके वादे को याद दिलाया था। पूजा राणा ने लिखा था कि, मुख्यमंत्री जी, आपने सहायता स्वरूप एक करोड़ रुपये देने का वादा मीडिया व ट्विटर के जरिए किया था। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी मुझे वो राशि नहीं मिली है। आपने कुछ लोगों को निधन के बाद दस दिन के अंदर ही सहायता राशि दे दी, तो फिर मेरे साथ ही भेदभाद क्यों? पूजा ने आगे लिखा है कि, “श्रीमान जी, मेरा एक चार साल का बेटा और चार महीने की बेटी है। आज मुझे उनके भविष्य की चिंता सता रही है। यदि एक मुख्यमंत्री अपने वादे/घोषणा को पूरा नहीं करेगा तो मैं शायद आगे जीवन में किसी पर विश्वास ना कर पाऊं।”हालांकि इस पत्र के बाद भी केजरीवाल सरकार की तरफ से अपना वादा नहीं निभाया गया। ऐसे में अब बेबसी में शहीद अमित कुमार की पत्नी ने न्यायालय का सहारा लिया है। जिसके बाद अब हाई कोर्ट ने केजरीवाल सरकार को नोटिस जारी कर अनुग्रह राशि देने में हुई देरी पर जवाब मांगा है।(साभार newsroompost)

