
आज देश कोरोना संकट के विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है इस बीच अक्षय तृतीया का पर्व कई खुशियो ओर उत्साह के वातावरण का योग लेकर आया है आज भगवान परशुराम जी की जयंती है आज ही के दिन श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे कोरोनो प्रोटोकॉल के कारण मुख्य पुजारी समेत केवल 21 श्रद्धालुओं ही इस पवित्र अवसर के साक्षी बनेगे।अक्षय तृतीया का पर्व पर लक्ष्मी योग उच्च राशि के चंद्रमा से महा शुभ संयोग बन रहा है पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी दिन त्रेतायुग का आरंभ हुआ था भगवान परशुराम का अवतार भी इसी दिन हुआ आज के दिन गंगा स्नान का बड़ा विशेष महत्व है।अपने नाम के अनुरूप इस दिन किये गये सभी शुभ कार्य का कभी क्षय नही होता है अक्षय तृतीया को दान का भी बड़ा पर्व माना जाता है सभी प्रकार के नए कार्यो व मांगलिक कार्य के लिए भी बहुत ही शुभ दिन अक्षय तृतीया को माना जाता है।

