
समाज जीवन मे गुरु की महत्ता पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला

अहिवारा । मेड़ेसरा संकुल स्तरीय सेवानिवृत्त प्रधानपाठकों का बिदाई समारोह शासकीय शाला मेड़ेसरा में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झुमुक साहू (सरपंच कोड़िया एवं सदस्य श्रम आयोग छत्तीसगढ़ शासन), अध्यक्षता संतोषी कश्यप (सरपंच मेड़ेसरा), विशेष अतिथि – संगीता देवांगन (सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी), संतोषी निषाद (सरपंच परसदा), नकुल निषाद (सरपंच सगनी), विनय द्विवेदी (अध्यक्ष शाला विकास समिति हायर सेकेंडरी मेड़ेसरा) द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर पूजन अर्चन एवं सरस्वती वंदना से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ ।अजय शर्मा संकुल समन्वयक मेड़ेसरा द्वारा अतिथि परिचय एवं स्वागत किया गया। कार्यक्रम की प्रस्तावना में संगीता देवांगन (सहायक वि. खं. शिक्षा अधिकारी मैडम) ने शासन की योजनाओं में शिक्षकों – प्रधानपाठकों की भूमिका बताते हुए सेवानिवृत्त प्रधानपाठकों देवचंद देशलहरे (शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पोटिया), सिद्धार्थ वासनिक (शासकीय प्राथमिक शाला पोटिया), प्रकाश कौशल (शासकीय प्राथमिक शाला डोंगरिया), स्वर्गीय एजेंद्र कुमार जोशी ( शा. प्राथमिक शाला सहगांव) के कार्यों की प्रशंसा की l
इन शिक्षको का हुआ सम्मान
देवचंद देशलहरे, सिद्धार्थ वासनिक, प्रकाश कौशल का श्रीफल, शाल, एवं गिफ्ट देकर सम्मान किये साथ ही एजेंद्र कुमार जोशी का सेवानिवृत्त उपरांत करोना काल में स्वर्गवास होने के कारण उनकी स्मृति में उनकी पुत्री वीणा जोशी को सम्मान प्रदान किया गया ।
कार्यक्रम के अतिथियों ने शिक्षा व समाज में गुरु के भूमिका पर प्रकाश डालते हुए समाज में सेवानिवृत्त प्रधानपाठकों को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किए । सेवानिवृत्त प्रधानपाठकों ने भी अपने सेवाकाल के अनुभव सुनाएं और शिक्षा क्षेत्र में कार्य करने पर धन्यता अनुभव किए ।कार्यक्रम में करोना काल के कारण सीमित संख्या में सामाजिक दूरी रखते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में प्रधान पाठक महेश साहू, सिद्धार्थ सिंह भुवाल, संतोषी निषाद, रमाकांत कश्यप, देवी सिंह राजपूत, शाला विकास समिति के अध्यक्ष सोन सिंह कश्यप ( सगनी ), हुलास कश्यप, विजय निर्मल, केशव निषाद, शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। अंत में कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन संकुल समन्वयक अजय शर्मा ने किया ।कार्यक्रम का संचालन प्रधान पाठक देवी सिंह राजपूत ने किया ।
