दुर्ग। जिला भाजपा कार्यालय दुर्ग में मीसा बंदियों का सम्मान एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री पवन साय उपस्थित रहे। साय नेे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 25 जून 1975 को इंदिरा गांधी सरकार ने आपातकाल लगा दिया गया आपातकाल के दौरान हमारे देश के हजारों लोगों को गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया गया था। स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे विवादास्पद और अलोकतांत्रिक काल था। आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए तथा नागरिक अधिकारों को समाप्त करके मनमानी की गई। इंदिरा गांधी के राजनीतिक विरोधियों को कैद कर लिया गया और प्रेस पर प्रतिबंधित कर दिया गया था। इस अवसर पर पूर्व मंत्री रमशिला डॉ शिवकुमार तमेर राकेश पांडेय लाभचंद बाफना माया बेेेलचंदन चन्द्रीरिका चन्द्राकर नटवर ताम्र्र्कार उपस्थित रहे।

जानिए क्या था मीसा क़ानून
मीसा (मेंटेनेंस ओफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट) के नाम से इस विवादित कानून को 1971 में इंदिरा गांधी सरकार ने पास करवाया था. इसके बाद सरकार के पास असीमित अधिकार आ गए. पुलिस या सरकारी एजेंसियां कितने भी समय के लिए किसी की प्रिवेंटिव गिरफ्तारी कर सकती थीं, किसी की भी तलाशी बिना वारंट ली जा सकती थी।









