दुर्ग -हेमचन्द्र दुर्ग विश्वविद्यालय में 72 वा गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कुलपति डॉक्टर अरुणा पल्टा द्वारा ध्वजारोहण किया गया उसके पश्चात अमर शहीदों के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया। विशिष्ट अतिथि दुर्ग विश्वविद्यालय के सदस्य नीलमणी मढ़रिया को शाल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। मढ़रिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय संविधान को सम्मान देते हुए 26 जनवरी को पूरे देश में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है क्योंकि आज ही के दिन 26 जनवरी 1950 को बाबा साहब अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान देश में लागू हुआ था। उसको बनाने में 2 साल 11 महीने 18 दिन समय लगा था। कृषि पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत संरचनात्मक दृष्टि से गांवों का देश है और ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतर लोग कृषि कार्य करते हैं इसीलिये भारत को कृषि प्रधान देश भी कहा जाता है एवं किसान देश की रीढ़ की हड्डी के समान है । इस कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ सी एल देवांगन, उप कुलसचिव कुलदीप सिंह, डीन प्रशांत श्रीवास्तव आदि एवं समस्त स्टाफ एवं कर्मचारी गण उपस्थित थे








