
भिलाई // भारतीय जनता पार्टी, प्रदेश संगठन के निर्देशानुसार भाजपा जिला भिलाई के द्वारा 25 जून 2025 को आपातकाल दिवस “ब्लैक डे” पर जिला भाजपा कार्यालय प्रियदर्शनी परिसर में प्रदर्शनी, गोष्ठी एवं मीसाबंदियों के सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रेम प्रकाश पाण्डेय (पूर्व विधानसभा अध्यक्ष) तथा अध्यक्षता पुरूषोत्तम देवांगन (अध्यक्ष भाजपा जिला भिलाई) करें।
कार्यक्रम विशिष्ट अतिथि के रूप में विजय बघेल सांसद दुर्ग, जागेश्वर साहू पूर्व मंत्री, सांवला राम डाहरे, पूर्व विधायक अहिवारा, शिरिष अग्रवाल (प्रदेश कार्यसमिति सदस्य) महेश वर्मा, निवर्तमान जिलाध्यक्ष, प्रभुनाथ मिश्रा (वरिष्ठ भाजपा नेता), शंकर लाल देवांगन, (वरिष्ठ भाजपा नेता), खिलावन सिंह साहू (पिछड़ा वर्ग प्रदेश उपाध्यक्ष) तथा बिजेन्द्र सिंह (जिला महामंत्री) उपस्थित रहें।
अतिथियों के द्वारा भारत माता, पं. दीनदयाल उपाध्याय जी एवं डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के तैलचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर प्रदर्शनी कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात् आपातकाल के समय जेल में बंद रहे भिलाई में निवासरत् 28 मीसाबंदी एवं परिवार को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के प्रभारी, जिला उपाध्यक्ष व मीसाबंदी योगेन्द्र सिंह ने कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुये आपातकाल की प्रस्तावना प्रस्तुत कियें।
मुख्य वक्ता प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने कहा 25 जून 1975 की मध्यरात्रि को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपने निहित स्वार्थ प्रधानमंत्री के पद पर बने रहने के लिए आंतरिक अशांति का हवाला देकर भारतीय संविधान के विरूद्ध जाकर भारत पर आपालकाल थोप दिया। कांग्रेस की तानाशाही और निरकुंश सरकार के द्वारा जनता की स्वतंत्रता, न्यायपालिका की निष्पक्षता और नागरिकों के मौलिक अधिकारों को कुचलकर रख दिया तथा जनसंघ एवं समर्थित दल के दिग्गज नेता को जेल में डाल दिया गया और 8 वर्ष से लेकर 80 वर्ष तक के पुरुषों का जबरदस्ती नसबंदी कराया गया। परन्तु उनकी तानाशाह से देश की जनता आक्रोशित होकर इंदिरा गांधी के विरूद्ध महौल बनाया, जिसकी परिनीति यह रहा कि सन् 1977 के चुनाव में कांग्रेस सरकार को मुँह की खानी पड़ी और जनता ने अपना मतदान कांग्रेस के विरोध में देकर देश के लोकतंत्र को बचाने का काम किये। जेल में रहते हुये भी कई नेता चुनाव जीतकर आये। आज कांग्रेस संविधान की डायरी लेकर भाजपा के ऊपर संविधान को बदलने का आरोप लगा रहे है, संविधान बचाओं का नारा देने वाली कांग्रेस वही पार्टी है, जिसने संविधान को सबसे पहले और सबसे गहराई से रौंदा था। यह इतिहास की एक घटना मात्र नहीं ब्लकि कांग्रेस की मानसिकता का प्रमाण भी है।
सांसद श्री बघेल ने कहा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो कि संविधान और देश की आत्मा को ताक में रखने से पीछे नहीं हटते है। 50 वर्ष बाद भी कांग्रेस उसी मानसिकता के साथ चल रही है, नीयत आज भी वैसी ही तानाशाही वाली है।
कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे पुरूषोत्तम देवांगन ने कहा कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस की तानाशाही सरकार के द्वारा देश के जनसंघ एवं आरएसएस के नेताओं व कार्यकताओं के साथ हुये बरर्वता के घटनाक्रम को सिलसिलेवार मीसाबंदी, परिवारजनों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं को आपातकाल के काले अध्याय को बताया।
कार्यक्रम का संचालन प्रेमलाल साहू जी (जिला महामंत्री) ने किया तथा अभार प्रदर्शन श्री विजय जायसवाल (संयोजक संकल्प से सिद्धि तक) ने किया।
इस अवसर पर मीसाबंदी राम अवतार यादव, योगेन्द्र सिंह, ईश्वर प्रसाद बघेल, बालाराम वर्मा, दशरथ सिंह वर्मा, मिठाईलाल गुप्ता, रामकिशन मूदंडा, श्रीमती कमला देवी टावरी, श्रीमती रविन्द्रर कौर, श्रीमती पार्वती बावनकुले, विजय शुक्ला, श्री सुभाष भौर सहित विनोद सिंह, कन्हैया लाल सोनी, मनीष अग्रवाल, राम उपकार तिवारी, मिथिला खिचरिया, उपसाना साहू, के. गणपति, दिलीप पटेल, डॉ प्रदीप चौधरी, महेन्द्र शर्मा, राजेन्द्र सिंह, द्वारिका चंद्रवंशी, एस.एन. सिंह, सुन्दर लाल साहू, प्रशांत गुप्ता, धर्मेन्द्र सिंह, गोल्डी सोनी, वरूण यादव, रोहित साहू, दीपक भोडेकर, तरूण सिंह, विजय शुक्ला, रूपराम साहू, मनोज तिवारी प्रवीण पाण्डेय, स्वीटी कौशिक, सरला आचार्य, रश्मि सिंह. तुलसी साहू, मंजूषा साहू, गीता वर्मा, रश्मि साव, ज्योति साहू, अनुपमा शुक्ला मनमीत कौर, चंद्रिका यादव, रवि कश्यप, ज्ञानदास मानिकपुरी, सुमन वर्मा, सचिन ताम्रकार, सुनील शर्मा, प्रेमलता चन्द्राकर, मेघा कौर, स्नेहा शुक्ला, बंसता खरे, निर्मला नायडू, कांति वर्मा सहित सैकड़ो कार्यकर्तागण उपस्थित रहें।
