जामुल // राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जामुल के छत्रपति शिवाजी शाखा द्वारा रावण भाठा जामुल मैदान में संघ स्थापना एवं विजयादशमी शस्त्र पूजन उत्सव मनाया गया। इस दौरान नगर संघचालक द्वारा शस्त्र पूजन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विभाग सह कार्यवाह दिलेश्वर उमरे ने बताया कि संघ की स्थापना 1925 में विजयादशमी के दिन डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर में की आज संघ 100 वर्ष की यात्रा में अनगिनत पड़ाव देखे है l जिसमे स्वतन्त्रता आंदोलन में भाग लेना एवं आपातकाल में भी स्वयंसेवको की भूमिका महत्वपूर्ण रही। इन सभी परिस्थितियों में संघ और बढ़ता गया। संघ संस्थापक ने कहा संघ का कार्य ईश्वरीय कार्य है। देवता का अवतार भी सज्जन शक्ति के संरक्षक, दुष्टों के विनाश, और धर्म के संस्थापना के लिए होता है।

श्री उमरे ने आगे कहा की सामूहिक एवं संघटित हिन्दू समाज ही देश की हर समस्या का समाधान है। धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए सज्जन शक्ति को आगे आना चाहिए। स्वयंसेवक संघ की शाखा से व्यक्ति निमार्ण की अभिनव पद्धति जिससे तरुणों को सेवा एवं संवेदना के साथ देश प्रेम सिखाया जाता है l संघ ने समाज में जागरण के लिए पंच परिवर्तन की विषय को अपनाने का आह्वान किया जिसमें कुटुंब प्रबोधन , सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी, नागरिक कर्तव्यों के निर्वहन है।

इस दौरान कार्यक्रम में नगर संघ चालक केदार राम साहू नगर सह संघचालक नेतराम साहू नगर कार्यवाह सोनसाय यादव नागेंद्र निर्मलकर, वेदप्रकाश निमल, प्रतीक बर्मन, उमेश साहू, संजय शुक्ला, अशोक वर्मा, सौरभ पांडे, पुमेन्द्र यादव, वीरेन्द्र निर्मलकर, कृष्णा यादव,बाली बर्मन, जोगेश्वर सोनी, संजय शर्मा, रवि वैष्णव, अशोक पटेल, अक्षय पंचाल, खिलेंद्र साहू, मुकुंद उमरे, सोनू यादव,जितेन्द्र साहू, सहित स्वयंसेवक उपस्थित रहे।







