
दुर्ग । नगर पालिक निगम क्षेत्र अंतर्गत निगमायुक्त हरेश मंडावी के निर्देश पर शहर के अलग अलग वार्डो में काम करने वाले 25 सौ स्ट्रीट वैंडर्स को पूरी तरह डिजिटल करने की तैयारी कर ली गई है।एक साल पहले शुरू हुई स्ट्रीट वैंडर्स योजना के तहत अब इन वैंडर्स ढेलों और रेहड़ी को डिजिटल भुगतान के लिए ट्रेनिग नगर पालिक निगम एन.यू.एल.एम.विभाग और भारत पे के सहयोग से लिया जा रहा है।शहर के स्ट्रीट वैंडर्स की यू पी आई क्यू आर कोड के बारे में जानकारी दी जा रही है।साथ ही यह भी बताया जा रहा है की कैसे डिजिटल भुगतान के माध्यम से लेने देन स्वीकार करें।कैसे डिजिटल एप का उपयोग करें।

इसके लिए भारत पे एग्रीगेटर्स से रेहड़ी पटरी वाले विक्रेताओं ने डिजिटल के रूप से भी यू पी आई,क्यू आर कोड के साथ जुड़ने के लिए विशेष अभियान भाग लेने की अनुमति दी गई है।
यह भी सिखाया जाएगा
ट्रांजेक्शन कैसे करना है,उसमे अपडेट कैसे करें।लागत और बचत कैसे होगी,साथ ही सुरक्षा का कैसे ध्यान रखें।ताकि साइबर ठगी के शिकार न बनें।
ऑनलाइन द्वारा मिलेगा लोन:
सभी स्ट्रीट वेंडर्स को एक क्यू कोड भी दिया जा रहा।ऑनलाइन सिस्टम के जरिए स्ट्रीट वैंडर्स को लोन योजना का भी लाभ दिया जाएगा।शहर के इस योजना के करीब 5 हज़ार फार्म आए थे जिसमे 25 सौ लोन मिल चुका है।
